दूसरो को समझने के लिए निभाए उनका रोल। अधिकतर लोगो के दुख की वजह कुछ ऐसे रिश्ते होते है जिनमे मिठास नही बची। ये मां बाप, भाई बहन, दोस्त, लाइफ पार्टनर कोई भी हो सकता है। जब इनमे रिश्ता सामान्य नही रहता तो ये हमें बेचैन कर देते है। उन लोगो के साथ बिताए अच्छे या बुरे पलो को याद करके हम दुखी हो जाते है। ऐसे में हम चाहते है की एक बार बात करले और आर या पार फैसला करले। सामने वाले से पूछले की ऐसा क्यों किया?? दरअसल हम रिश्ते की समाप्ति चाहते है। फिर वो हैप्पी एडिंग हो या सैड जब एंड होता है तो हम आजाद हो जाते है। तकलीफ देने वाले रिश्ते में रहने से बेहतर है, कुछ समय के लिए दूर हो जाएं। ताकि नई शुरुआत कर सके । हम सभी को इन रिश्तों और लोगो को माफ कर इनसे उबारना आना चाहिए। जो लोग एक्टिंग करते है उनके लिए ये बहुत आसान है। आपभी कोशिश करें, जब भी आपका किसी से झगड़ा हो, खुद को उस इनसान की जगह रखें और उस झगड़े की पूरी घटना पर फिरसे एक्ट करके देखे। Example: सोचिए अगर आपका मम्मी से झगड़ा हो गया है। उन्होंने आपको कोई शॉर्ट ड्रेस पहनने से मना किया और आपने उन्हें कुछ ऐसा कह दिया की वो रोने...
We are here to boost your low confidence towards life. -presented by Saleha